मोदी सरकार आने के बाद विपक्ष हर मुद्दे पर पीएम मोदी को घेरने की कोशिश करता रहता है लेकिन समय समय कुछ ऐसी रिपोर्ट्स और बयान आते रहते है जिनसे विरोधियों को झटका लग जाता है. अभी हाल ही भारत ने विश्वबैंक की कारोबार सुगमता रिपोर्ट रैंकिंग में लंबी छलांग लगायी. भारत ने 30 अंक सुधारकर 100 वें स्थान पर पहुँच गया है. मोदी सरकार आने से पहले 2014 में भारत इस रैंकिंग में 144वें स्थान पर था. अब विश्वबैंक ने भी भारत को लेकर कुछ ऐसा कहा है जिससे विरोधियों को झटका लग सकता है.

दरअसल विश्वबैंक ने प्रति व्यक्ति आय में हो रही वृद्धि को लेकर विश्वबैंक ने भारत की तारीफ करते हुए कहा है कि उन्हें इसमें कोई शक नही है कि भारत 2047 में विश्व का उच्च मध्यम आय वाला देश बन जाएगा जब ये देश अपनी आजादी की 100वीं वर्षगाँठ मना रहा होगा.विश्व बैंक की सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) क्रिस्टलीना जॉर्जिया ने शनिवार (4 नवंबर) को कहा कि पिछले तीन दशकों में भारत में प्रति व्यक्ति आय चार गुना बढ़ी है.

व्यापार में आसानी के मामले में 30 पायदान सुधारने पर भी जार्जिया ने तारीफ करते हुए कहा कि यह मौका एक प्रभावशाली उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए है.पिछले कुछ सालों में व्यापार में आसानी के मामलें में अचानक 30 अंक का सुधार दुर्लभ है. व्यापार करने में भारत की रैंकिग में आये सुधार को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी तारीफ की है.

विश्वबैंक ने यह भी कहा कि भारत शीर्ष उन 10 देशों में शामिल है जो कारोबार के मामले में सुधारकर्ता में शीर्ष पर हैं. यह पहला मौका है जब भारत 100 पायदान पर कारोबार के मामले में सुधार करने पर पहुंचा है. पीएम मोदी ने इस पर अपनी प्रतिक्रया देते हुए कहा है कि सरकार सुधार, निष्पादन और रूपांतरण के मंत्र के साथ रैंकिंग में और सुधार तथा आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने को प्रतिबद्ध है. जाहिर सी बात है एक तरफ विरोधी प्रधानमंत्री पर कुछ भी विकास न करने का तंज कसते हैं वहीं उनके लिए ये किसी झटके से कम नही है.