अयोध्या में राम भगवान को लेकर योगी सरकार ने कई बड़ी सौगात दे दी हैं. जो काम पिछली कोई भी सरकार नहीं कर पाई थी वो कम योगी सरकार करने जा रही है. बता दें कि उत्तप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या की सरयू नदी के घाट के समीप भगवान राम की बड़ी प्रतिमा लगाने जा रही है. ‘नव्य अयोध्या’ योजना के अंतर्गत धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने एक प्रस्ताव बनाकर यूपी के राज्यपाल राम नाईक के समक्ष पेश किया है.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार बताया गया गया है कि मूर्ति का आकार 100 मीटर के लगभग होगा, लेकिन अभी ये पूर्ण रूप से तय नहीं किया गया है. राज्य सरकार द्वारा बनाये गये प्रस्ताव में आने वाले त्यौहार दीवाली का भी जिक्र किया गया है. बता दन कि इस कार्यक्रम में सीएम योगी, राज्यपाल राम नाईक, केंद्रीय पर्यटन मंत्री के जे अल्फोन्स और सांस्कृतिक मंत्री महेश शर्मा हिस्सा लेने पहुंचेंगे.

गौरतलब है कि राज्य सरकार का कहना है कि एनजीटी से इजाजत मिलने के बाद भगवान राम की प्रतिमा की भव्य मूर्ति सरयू घाट पर स्थापित की जाएगी. बता दें कि इसके लिए सरकार ने अभी एनजीटी को पत्र नहीं भेजा है. इसी के साथ इस प्रपोजल में सरकार रामकथा गैलरी का प्रस्ताव भी दे रही है. यह गैलरी भी नदी के घाट पर ही स्थापित की जाएगी. सरकार ने दिगंबर अखाड़ा ऑडिटोरियम का प्रपोजल भी शामिल किया है. बता दें कि राज्य सरकार ने अयोध्या के विकास को केंद्र सरकार के लिए 195.89 करोड़ की डीपीआर भेजी है. जिसमें मंत्रालय सरकार को 133.70 करोड़ राज्य को दे चुका है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दीवाली के मौके पर अयोध्या में 1.71 लाख मिट्टी के दीपक राम की पौड़ी पर जलाये जायेंगे. बता दें कि यह जगह विवादित ढांचे से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस मौके पर अयोध्या में होने वाले कार्यक्रमों की नींव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल नाईक रखेंगे. इस कार्यक्रम के लिए इंडोनेशिया और थाईलैंड से कलाकार बुलाये जा रहे हैं जो रामलीला का मंचन करेंगे.